Sunday 11 August 2013



सरहद पर फिर ना'पाक' हरकत, हमले में 5 जवान शहीद
6 अगस्त 2013 भारत के साथ धोखेबाजी की एक और इंतहा का सबूत देते हुए पाकिस्तान ने सोमवार को अंधेरी रात में नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी। पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों के हथियारबंद दस्ते ने एलओसी के करीब 450 मीटर भीतर घुसकर गश्त पर निकले भारतीय सेना के जवानों पर हमला बोला। पाक सेना का यह कायरतापूर्ण हमला सोमवार रात करीब एक बजे जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सरला पोस्ट पर हुआ। हमले में एक भारतीय जवान जख्मी भी हुआ है। पाकिस्तान की इस करतूत पर भारत में संसद से सड़क तक जबरदस्त आक्रोश की लहर है। हर तरफ यही सवाल पूछा जा रहा है कि पाकिस्तान और चीन की इस तरह की हरकतों को भारत कब तक खामोशी से झेलता और सहता रहेगा।

संसद में विपक्ष ने पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उधर, पाकिस्तान ने नमक छिड़कते हुए अपनी सेना की इस नापाक करतूत से पल्ला झाड़ते हुए पूरी घटना से ही इनकार कर दिया है।
पाक सेना की इस हरकत ने नव निर्वाचित प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की भारत के साथ अच्छे रिश्ते की कोशिशों पर सवालिया निशान लगा दिया है। इस घटना से उबल रहे देश और संसद के गुस्से को देखते हुए रक्षामंत्री एके एंटनी ने राज्यसभा और लोकसभा में दिए अपने बयान में यह भरोसा दिलाया है कि भारतीय सेना एलओसी की गरिमा बरकरार रखने में पूरी तरह सक्षम और तैयार है। एंटनी ने कहा कि भारत ने पाक सेना की इस करतूत पर वहां की सरकार को विरोध दर्ज कराते हुए कड़ी चेतावनी दी है। सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह हालात का जायजा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर रवाना हो रहे हैं।

भारतीय सेना पाकिस्तान की इस हरकत को हताशा में उठाया गया कदम मान रही है। रक्षा मंत्री के मुताबिक सेना ने पिछले छह महीनों में पाक सेना की मदद से घुसपैठ कर रहे 13 खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया। इतना ही नहीं वैसे पांच आतंकियों को भी घाटी में ढूंढ़ कर मार गिराया गया जिन्हें बड़ी वारदात के मकसद से भेजा गया था। सेना के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जनवरी महीने से सीजफायर करार का 57 बार उल्लंघन कर चुकी पाक सेना एलओसी पर सख्ती की वजह से बौखला गई है। रक्षा मंत्री के संसद में दिए गए बयान के मुताबिक पाक सेना की ओर से इस साल किया गया सीजफायर उल्लंघन पिछले साल के मुकाबले अस्सी फीसदी ज्यादा है।
गौरतलब है कि पुंछ सेक्टर में सीमा के उस पार पाकिस्तान की 801 मुजाहिद बटालियन तैनात है। सेना के मुताबिक सोमवार की रात चक्का द बाग की सरला पोस्ट पर 21 बिहार रेजिमेंट के एक जूनियर कमांडिंग ऑफिसर (जेसीओ) और पांच जवान एरिया डामिनेशन के तहत गश्त पर निकले थे।
घने जंगल और कोहरे का फायदा उठाकर पाक सेना की बार्डर एक्शन टीम (बैट) ने आतंकियों के साथ यह हमला किया। सेना के मुताबिक इस दस्ते में भारी हथियारों से लैस करीब 20 लोग थे। रात के अंधेरे में अचानक हुए इस हमले में जेसीओ सहित पांच जवान शहीद हो गए और एक बुरी तरह घायल हो गया। हमलावरों और भारतीय जवानों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग भी हुई।
ये हुए शहीद
हमले में नायक प्रेम नाथ सिंह, नायक कुलीन माने, सिपाही विजय कुमार, सिपाही रघुनंदन प्रसाद और लांस नायक एसएच राय शहीद हो गए। भारत ने पुंछ में पाकिस्तानी सेना के हमले को लेकर पाकिस्तान से कड़ा ऐतराज जता दिया है। मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में पाक उच्चायुक्त मंसूर अहमद खान को तलब कर उनसे इस हरकत पर गहरी नाराजगी जाहिर की। सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव रूद्रेंद्र टंडन ने खान को कड़ा संदेश दिया।
कैसे हुआ हमला
सैन्य सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम (बैट) के 20 सैनिक सोमवार रात एक बजे करीब पुंछ सेक्टर के चक्का दा बाग के पास एलओसी के 450 मीटर भीतर तक घुस आए। वहां उन्होंने गुलपुर क्षेत्र में सरला पोस्ट पर हमला बोल दिया। जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद हो गए। बाद में पाक सैनिक भाग निकले। बताया जा रहा है कि पाक सैनिकों के साथ जैश और लश्कर के आतंकी भी थे।

सईद ने रची साजिश
यह हमला तब हुआ है, जबकि लश्कर-ए-ताइबा के मुखिया हाफिज सईद ने पिछले महीने ही पीओके का दौरा किया था। मालूम हो कि जनवरी में हुए बैट हमले के भी ठीक पहले सईद पीओके गया था। माना जा रहा है कि इस बार भी उसने ही हमले की साजिश का मास्टर प्लान तैयार किया।

सेना प्रमुख करेंगे दौरा
सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को पुंछ का दौरा करेंगे। रात में हमला कर भारतीय सैनिकों की हत्या करने की पाकिस्तान की करतूत अस्वीकार्य है। चीनी घुसपैठ से लेकर पाकिस्तानी हमलों तक की घटनाएं हो रही हैं। यूपीए सरकार सीमाओं की सुरक्षा करने में नाकाम रही है।
केंद्र की नींद कब टूटेगी।--नरेंद्र मोदी, गुजरात के सीएम
पाकिस्तानी सैनिकों की करतूत का जवाब देने के लिए भारतीय सेना को पाकिस्तान के भीतर घुसकर पांच जवानों के बदले उनके पचास जवानों को मार कर आना चाहिए, तभी पाकिस्तान की चर्बी उतरेगी।--संजय राउत, शिवसेना

पाक सैनिकों की गोलीबारी
5 जुलाई, 2010: चक फगवारी सीमा चौकी पर गोलीबारी, बीएसएफ का एक जवान शहीद।
6 जुलाई, 2010: पुंछ में गोलीबारी, बीएसएफ के एक जवान शहीद।
24 अक्तूबर, 2010: पुंछ में मेंढर तहसील के कृष्णा घाटी में गोलीबारी, 17 महार रेजीमेंट का एक जवान शहीद।
1 सितंबर, 2011: एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, सेना के एक जेसीओ शहीद हुए।
20 सितंबर, 2011: सांबा में गोलीबारी, बीएसएफ का एक एसआई शहीद।
8 जनवरी, 2013: पुंछ में मेंढ़र के कृष्णा घाटी में सीमा के अंदर घुस दो भारतीय सैनिकों की बर्बरता से हत्या, एक जवान का सिर साथ ले गए जबकि एक का शव क्षत-विक्षत मिला।

सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं
वर्ष----कुल घटनाएं
2012----71
2011----51
2010----44
2009----28

पाकिस्तान की नीयत
आतंकवाद: पाकिस्तान के 42 शिविर में आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इनमें से 25 शिविर पीओके में है। जब भी जम्मू-कश्मीर में स्थितियां सामान्य होती है, आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए संघर्ष विराम का उल्लंघन होता है।

लाहौर बस यात्रा: फरवरी 1999 में भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लाहौर बस यात्रा की। जवाब में पाकिस्तान ने मई 1999 में कारगिल क्षेत्र (भारत) में घुसपैठ किया, परिणाम कारगिल युद्ध के रूप में सामने आया।
आगरा शिखर सम्मेलन: जुलाई 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी और पाक सेनाध्यक्ष परवेज मुशर्रफ के बीच आगरा शिखर सम्मेलन के तहत वार्ता।
परिणाम, दिसंबर 2001 में भारतीय संसद भवन पर आतंकी हमला।
Source: http://www.amarujala.com/

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