हमारी एक इंच जमीन पर भी चीन का कब्जा नहीं: एंटनी
06 Sep 2013 नई दिल्ली।
भारतीय सीमा में चीनी सेना की घुसपैठ पर शुक्रवार को लोकसभा हंगामा के बीच दो बजे तक
के लिए स्थगित कर दी गई। इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री ने अपना बयान देते हुए साफ किया
कि भारत की एक इंच जमीन पर भी चीन का कब्जा नहीं है। उन्होंने सदस्यों से कहा कि भारत
अपनी भूमि की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। हालांकि रक्षा मंत्री के इस बयान
के बाद भी भाजपा सांसद शांत नहीं हुए। वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह
ने कहा कि यह सरकार निकम्मी है।
उन्होंने कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है और सरकार
लचीला रुख अपना कर अपने नकारेपन का सबूत दे रही है। भाजपा और समाजवादी पार्टी के सदस्यों
के साथ अन्य पार्टी के सांसदों ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। शोरशराबा
होने के बाद अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया वहीं इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस मसले
पर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार न तो नकारा है
न ही कमजोर है। दरअसल कुछ दिन पहले मीडिया में आई खबरों में चीन द्वारा भारत की 640 वर्ग किमी जमीन हथियाने और इस पर सड़कों के निर्माण तक की बात
कही गई थी। गुरुवार को भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने इस मुद्दे को उठाते हुए केंद्र सरकार
पर आरोप लगाया कि चीन ने भारत की 640 वर्ग किमी
की जमीन पर कब्जा कर लिया और सरकार सोती रही।
चीनी घुसपैठ और भारत की जमीन हड़पने के मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता
प्रकाश जावडेकर ने सरकार पर नरम रुख अख्तियार करने का आरोप लगाया है। भाजपा ने मांग
की है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यह मुद्दा जी 20 सम्मेलन में उठाना चाहिए और चीन से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए। लोकसभा में टीएमसी
ने पश्चिमी बंगाल के विभाजन का विरोध किया तो भाजपा सपा ने चीनी घुसपैठ के विरोध में
सदन से वॉकआउट किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) के
अध्यक्ष श्याम सरन की अध्यक्षता वाली एक टीम ने सीमा पर आधारभूत संरचना विकास और वहां
के हालात का जायजा लेने के लिए 2 अगस्त से 9 अगस्त के बीच लद्दाख का दौरा किया था। माना जा रहा है कि समिति
ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत जिसे एलएसी मानता है उसके भीतर दौलत बेग ओल्डी
और लद्दाख के अन्य सेक्टरों में चीनी सैनिकों ने गाड़ियों के आने-जाने लायक सड़कें बना
दी हैं। सूत्रों कि मानें तो रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय सेना को चीनी
सैनिकों ने गश्त करने से रोका था।
चीन सीमा पर हालात का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन
सिंह की ओर से इस समिति का गठन किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सेना ने
भारतीय जवानों को गश्त के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक जाने की इजाजत नहीं
दी थी।
Source: http://www.jagran.com/
No comments:
Post a Comment