Sunday 19 May 2013



लद्दाख में जुटने लगी सैलानियों की भीड़
Tue, 14 May 2013
  जागरण ब्यूरो, जम्मू : दौलत बाग ओल्डी इलाके से चीन के सैनिकों की वापसी के साथ ही लद्दाख क्षेत्र में पर्यटन से जुड़े लोगों की चिंता भी दूर हो गई। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में चीन सैनिकों की भारतीय क्षेत्र में मौजूदगी के कारण लेह के होटलों में टूरिस्ट की बुकिंग रद होने से क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था के लिए संकट पैदा हो गया था। वहीं, मई के पहले सप्ताह में चीन की सेना की वापसी के साथ पर्यटक लौटने लगे हैं।
लेह में इस समय अढ़ाई हजार के करीब पर्यटकों की मौजूदगी के कारण पर्यटक आश्रित उद्योग पटरी पर लौटने लगे हैं। पर्यटकों में अधिकतर विश्व के अन्य हिस्सों से आए विदेशी पर्यटक हैं। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले पर्यटन सीजन के पहले महीने अप्रैल में पर्यटकों की आमद में चालीस फीसद कमी आई है, लेकिन मई में टूरिस्ट बुकिंग में तेजी से उम्मीद जगी है। बीस मई के आस पास लेह मनाली सड़क के खुलने व देश के अन्य हिस्सों में गर्मियों की छुट्टियां पड़ने से पर्यटकों की संख्या बढ़ना तय है।
लेह में बारह हजार पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था है। इसके साथ पर्यटकों के लिए हर प्रकार के चार हजार वाहन हैं। ऐसे में अगर पर्यटक न आएं तो पर्यटक पर निर्भर लोगों के लिए बड़ी मुश्किल हो जाएगी। अब पर्यटकों के आने से कुछ राहत मिली है। यह कहना है लद्दाख टूरिस्ट ट्रेड एसोसिएशन के चेयरमैन पीटी कुंजाग का। कुजांग का कहना है कि चीन की चुनौती तो टल गई है लेकिन महंगे हवाई सफर व लगातार कम हो रही उड़ाने लद्दाख के पर्यटन के लिए खतरा हैं। उन्होंने बताया कि किंगफिशर ने अपनी सेवा रद कर दी है, इसके साथ जेट ने भी एक उड़ान कम कर दी है। ऐसे में लेह तक का हवाई सफर महंगा हो जाने से पर्यटन पर असर पड़ना तय है। कुजांग का कहना है कि अच्छी बात है कि पर्यटक आने लगे हैं लेकिन यह तय है कि इस बार पिछले महीने के मुकाबले कम पर्यटक आएंगे।

वर्ष 2012 में पर्यटन सीजन के पांच महीनों के दौरान लद्दाख में पौने दो लाख के करीब पर्यटक आए थे। इस साल अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में लेह के होटलों में हुई खासी एडवांस बुकिंग रद हुई है। इसके साथ पर्यटन सीजन का एक महीना भी कम हो गया है। वहीं, दूसरी ओर लेह ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिगजिन स्पालबार का कहना है कि पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि क्षेत्र में पर्यटन बढ़े। टूर ऑपरेटरों की सहायता से देश, विदेशी पर्यटकों को लद्दाख आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

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